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214. प्रभु किसके अधीन हैं ?

नाम की महिमा इतनी है कि भावपूर्वक श्रीराम कहते ही प्रभु श्री रामजी हमारे अंतःकरण में प्रकट हो जाते हैं । श्रीकृष्ण कहते ही मुरली लिए प्रभु श्री कृष्णजी हमारे अंतःकरण में प्रकट हो जाते हैं । नाम से संतों ने ऐसा करके दिखाया है । प्रभु अपने नाम के और अपने नाम जापक के अधीन होते हैं, ये शास्त्रों के वचन हैं जो प्रभु सत्य करके दिखाते हैं ।